कुछ सब्जिया जो हमारे घर मे हमेशा होती है। टमाटर,प्याज निम्बू। ये सब्जिया खाने के साथ साथ हमारे कुछ बीमारिया जैसे पेट दर्द, पेट मे कीड़े, कील मुहासे, पाचन सही से ना हो पाना, खून की कमी ,मधुमेह, पथरी। इन बीमारियों का इलाज हम घर पर खुद ही कर सकते हैं।
टमाटर
टमाटर का उपयोग सब्जी के रूप में अधिक किया जाता है। टमाटर लौह, साइट्रिक अम्ल, केल्सियम, मैगनीज, फास्फेट, मौलिक अम्ल तथा विटामिन्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
कील- मुहासे
कील - मुँहासे, दाग - धब्बे, कटे के निशान आदि को मिटाने के लिए टमाटर के गूदे की चेहरे पर मालिश करे तथा नियमित सेवन भी करे।
डार्क सर्कल, झाइयां
चेहरे के काले दागो, झाइयां मिटाने के लिए टमाटर जे रस में रुई भिगोकर दाग- धब्बो पर लगाए।
रक्त की कमी
पके ताजा टमाटरों का नियमित सेवन करने से रक्त की कमी दूर होती है। शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
नींबू
आयुर्वेद तथा घरेलू चिकित्सा में नींबू का अनेक रोगों में सफलता पूर्वक उपयोग किया जाता है। यह पौस्टिक गुणों से समपन्न है।
पेट दर्द
नमक या काला नमक, अजवाइन, जीरा तथा चीनी। सबको बारीक पीस ले। फिर उसमें निम्बू का रस मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करे। खाने के कुछ देर बाद पेटदर्द में आराम हो जाएगा।
वमन
आधा निम्बू का रस, 1 ग्राम जीरा, 1ग्राम इलायची दाना। सबको पीसकर आधा कप पानी मे घोलकर दो-दो घण्टे के अंतराल पर पिलाएं तो उल्टियां तुरंत बंद हो जाएगी।
लू तथा गरमी की तपिश
लू की चपेट में आए हो,नींबू की शिकंजी खांड में बनाकर जब प्यास लगे तभी बनाकर पिए। इससे शरीर पर लू का असर नही पड़ेगा। और प्यास भी शांत होगी।
पेट मे गैस- अपच
पेट मे गैस बनने से सर चकराता हो,डोरा पड़ जाता हो तो एक गिलास पानी मे निम्बू का रस निचोड़कर रोज सुबहा शाम पीए।
दाँतो की चमक
नींबू विटामिन सी का भंडार है। दाँत साफ करने के लिए नींबू का रस निकलने के बाद ऊपर के हिस्से से दाँतो को धीरे धीरे रगड़े। इससे दाँत चमक जाते हैं।
पालक
हरी शाक सब्जियो में पालक महत्वपूर्ण सब्जी है।मासाहारियो को जितना प्रोटीन मास, मछली और अंडा खाने से मिलता है उतना ही प्रोटीन शकहरिओ को पालक खाने से मिलता है।
पाचन की गड़बड़ी
ताजा कच्चा पालक रोज खाए तो आंतो की सफाई होकर पाचन शक्ति बढ़ती है।
नेत्र ज्योति
बच्चो को पालक की सब्जी और सूप बनाकर पिलाना बड़ा गुणकारी है इससे नेत्र ज्योति बढ़ती है। क्योंकि इसमें बिता केरोटीन पर्याप्त मात्रा में होता है।
बाल झड़ना
असमय बाल झड़ रहे है तो पालक के रस में निम्बू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर उबाले। इसे बालो की जड़ में लगाकर हल्के हाथों से मालिश करे। इससे बालों में रूसी और बालों का झड़ना रुक जायेगा।
प्याज
यह तीक्ष्ण, मधुर, वीर्य को पुष्ट करने वाली तथा कफ धातु को बढ़ाने वाली है। घरेलू उपयोग में प्याज सलाद के रूप में कच्चा खाया जाता है।
विष नाशक
प्याज का रस 10 ग्राम तथा 10 ग्राम नोसादर मिलकररख ले। फिर इसे एक शीशी में भर कर रख ले। इसे बिच्छू, ततैया, मख्खी, मच्छर के काटने पर लगाए तो दर्द में आराम मिलेगा।
बदहजमी
प्याज का रस 10 ग्राम, अदरक का रस 10 ग्राम, थोड़ी सी हींग, नमक इनमे उतना ही पानी मिलाकर पीने से अपच बिल्कुल दूर हो जाती है। जरूरत पड़ने पर तीन घँटे बाद दोबारा पी ले।
जल जाने पर
आग या गर्म पानी से जल जाने पर प्याज का कन्द बारीक कुचलकर जली हुई जगह पर लेप लगा ले इससे जलन शांत होगी। प्याज को कुचलकर इसकी पोटली बनाकर बांध लें इससे फोड़ा जल्दी पक जाता है।
करेला
कड़वा होने पर भी करेले की सब्जी के प्रकार से बनाई जाती है अचार बनाते हैं। दाल- भाजी को स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमे करेले के टुकड़े डालते हैं। रक्त साफ कर के लिए करेले के रस का सेवन किया जाता है। यह रक्त में शर्करा को कम करता है।
मधुमेह
मधुमेह( डायबिटीज) इसमे करेले की सब्जी या करेले का रस रोज सेवन करने से लाभ मिलता है। पेरो में जलन होतो करेले के रास से मालिश करे।
पेट के कीड़े
अगर बच्चो के पेट मे कीड़े हो तो करेले के ताजा पत्तो के रस में शहद मिलाकर सेवन कराए। इससे पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
गुर्दे की पथरी
गुर्दे के पथरी हो तो करेले का ताज रस नियमित पीने से पथरी पेशाब के साथ घुलकर शरीर से बाहर निकल जाती है।
खूनी बवासीर
खूनी बवासीर में करेले के कच्चे फल या पत्तो के एक चम्मच रस में शक्कर मिलाकर सेवन करे। इससे जरूर लाभ होगा।
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